क्या आपको पता है RBI आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं करने देता लेकिन खुद जरूर करता है। लेकिन RBI 7.1 ट्रिलियन डॉलर के इस मार्केट से रिटेल इन्वेस्टर्स को दूर आखिर क्यों रखता है? क्योंकि इंडिया जिसे डेवलपिंग कंट्री के लिए विदेशी मुद्रा की बहुत ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है और एक डेटा की माने तो 72% फॉरेक्स ट्रेडर लॉस में ही है। और सबसे इंटरेस्टिंग बात फॉरेस्ट ट्रेनिंग में होने वाला लॉस सिर्फ उस इन्वेस्टर्स का नहीं होता है।
लॉस उस देश का भी होता है क्योंकि उसकी कीमत RBI के फॉरेक्स रिज़र्व से जाती है। आर बी ए के इन रिज़र्व पर पहले से ही काफी ज्यादा दबाव है इसलिए जो फॉरेक्स ट्रेनिंग है, पहले से बैन है और रिसेंटली RBI ने एक और निर्णय लिया है
इन्होंने भारत के बाहर के इन्वेस्टमेंट करने वाले सभी म्यूचुअल फंड स्कीम्स को नई इन्वेस्टमेंट्स लेने से मना कर दिया है। ये नीतियाँ भारत की आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। तो अब आप कमेंट करके बताइए की आर बी आई के डिसीजन आपको क्या लगता है? सही है या फिर नहीं?