Nike जूतों का इतना बड़ा ब्रांड है और उसकी मार्केट कैप घट कर सिर्फ 32% रह गई है। पर क्यों , जो ब्रांड खुद को कस्टमर से बड़ा समझने की गलती कर दे, अब वो खुद नाइकी हो या कोई और उसका जाना तय है? अब नाइकी जूतों का इतना बड़ा ब्रांड है उसकी सेल्स गिर रही है। सिर्फ तीन कारणों से अगर आपको अपने धंधे में लॉस नहीं करना तो ये तीन चीजें ध्यान से पड़ना
- पहला Nike ने अपनी वेबसाइट से रनिंग, ट्रेनिंग, फुटबॉल, बास्केटबॉल जैसी कैटेगरी हटाकर ज़ारा और हेच एल एम की तरह मेन वूमेन और किड्स की केटगॉरीज़ डाल दी। अब इससे नाइक की जो स्पोर्ट्स ब्रांड की पोजिशनिंग थी, वो एथलीट्स के लिए बिलकुल खत्म हो गयी।
- दूसरा नाइकी ने अपने डिस्ट्रीब्यूटर्स को टाटा में कर दिया और सिर्फ D2C( direct-to-consumer) पर फोकस करने लगे। ये कहते थे की हमारे कस्टमर इतने ईमानदार है की डायरेक्ट वेबसाइट से खरीद लेंगे। हमे किसी होलसेलर की जरूरत नहीं है।
- तीसरा, उन्होंने ब्रांड मार्केटिंग जैसे इवेंट्स और शो में स्पांसरिंग बंद कर दी और सिर्फ वेबसाइट पर ऐड चलाने लगे। भाई इतिहास गवाह हैं। कस्टमर के पास 100 ऑप्शन हैं। जहा आपका गैप दिखेगा वह कॉम्पिटिटर फायदा उठा लेगा।
इन तीन गलतियों के कारण Nike गिरता जा रहा है अगर जानकारी पसंद आयी हो तो हमें फॉलो जरूर कर ले ताकि आने वाले अपडेट आप को मिलते रहे|