जहाँ उन्होंने क्लॉथ मैन्युफैक्चरिंग सीखी। कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद सरला ने 5000 रूपए इकट्ठा किए
और 1974 में शाही एक्सपोर्ट्स नाम से कंपनी खड़ी कर दी जो की घर से ही अपीयरल्स (सिले हुए कपडे) की मैनुफ़ैक्चरिंग करके अमेरिका और यूरोप में एक्सपोर्ट किया।