बटवारे के दौरान पाकिस्तान से आई इस महिला ने 8000 करोड़ की कंपनी बना दी। 

मैं बात कर रहा हूँ सरला आहूजा की, जिन्हें सिर्फ 10 साल की उम्र में अपना घर छोड़कर भारत आना पड़ा।

अपनी फैम्ली की खराब फाइनैंशल कंडीशन के चलते सरला छोटी उम्र से ही एक फॅक्टरी के अंदर सिलाई का काम करने लगी

जहाँ उन्होंने क्लॉथ मैन्युफैक्चरिंग सीखी। कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद सरला ने 5000 रूपए इकट्ठा किए

और 1974 में शाही एक्सपोर्ट्स नाम से कंपनी खड़ी कर दी जो की घर से ही अपीयरल्स (सिले हुए कपडे) की मैनुफ़ैक्चरिंग करके अमेरिका और यूरोप में एक्सपोर्ट किया।