जागते रहो अगर आपका भी बैंक में अकाउंट है तो आपके लिए एक बुरी खबर है। बैंक खातों के ऊपर साइबर अटैक का साया मड़रा रहा है। बैंकिंग रेगुलेटर RBI ने इसे लेकर बैंकों को अलर्ट किया है।
सेंट्रल बैंक ने बैंक खातों पर साइबर अटैक के खतरे को देखते हुए सभी बैंकों को तैयार रहने के लिए कहा है।
RBI ने साइबर अटैक से मुकाबले के लिए बैंकों को क्या इंस्ट्रक्शन दिए हैं किस हैकर ग्रुप के टारगेट पर बैंक है और किस तरह की बैंकिंग सर्विसेज को साइबर अटैकर्स टारगेट कर सकते हैं चलिए जानते हैं।
रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों से सक्रियता के साथ 24 घंटे खतरे को पकड़ने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है रिजर्व बैंक का कहना है की उसे साइबर अटैक को लेकर खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है।
इकॉनोमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई ने सभी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को लेटर भेज कर अलर्ट किया है।
एडवाइजरी में बैंकों से कहा गया है कि वो साइबर खतरे की पहचान के लिए सर्विलांस बढ़ाए और बचाव के उपायों को तेज करें।
रिजर्व बैंक की ओर से यह अलर्ट ऐसे समय जारी किया गया है जब हाल ही में. एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारतीय बैंक खाताधारकों पर खतरे को लेकर आगाह किया गया था।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है की LulzSec नाम का हैकर.ग्रुप भारतीय बैंकों को निशाना बनाने वाले है।
LulzSec इससे पहले कई हाई. प्रोफाइल साइबर अटैक को इंजाम दे चूका है।
लेकिन ऐसा माना जा रहा था की.हैकर ग्रुप निष्क्रिय यह हो चुका है लेकिन हाल फिलहाल में उसके दोबारा एक्टिव.होने की जानकारी सामने आई है।
साइबर.हमले का पता लगाने के लिए बैंकों को नेटवर्क एक्टिविटीज और सर्वर लॉग्स की.लगातार जाँच करनी होगी।
इसके अलावा बैंकों.को स्विफ्ट जैसे अहम पेमेन्ट सिस्टम कार्ड पेमेंट की सहूलियत देने वाले कार्ड नेटवर्क और RTGS,NEFT तथा UPI जैसे ऑनलाइन.फंड ट्रांसफर व्यवस्था पर भी नजर रखनी होगी।
तेजी से बढ़ते डिजिटल दौर में साइबर अटैक के खतरे लगातार बढ़ रहे है आर बी आई की ओर से हाल ही में जारी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक 20 हजार से ज्यादा साइबर सेंधमारी और डिजिटल अटैक की.जानकारी दी है। इसमें 20 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
इसका.मतलब है की हर साल औसतन 1000 साइबर अटैक के मामले सामने आ रहे हैं और इससे हर साल औसतन 1 अरब डॉलर का नुकसान हो रहा है।
यह पहली दफा नहीं है कि जब बैंकिंग सिस्टम पर साइबर टैक की चेतावनी आई है।
पिछले साल CERT इन ने भी इस तरह के.खतरे की आशंका जाहिर की थी। अब रिजर्व बैंक ने अलर्ट के बाद बैंकों को इन खतरे को पकड़ने और उनसे.बचाव करने के प्रयास तेज करने होंगे।
साइबर अटैकर्स बैंकिंग सिस्टम को निशाना बनाकर आम ग्राहकों की वित्तीय जानकारी में भी सेंध लगा सकते हैं।