Tata और Cyrus Mistry Controversy-
फिर भिड़े Tata और Cyrus Mistry साल 2016 में रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटने के लिए कहा। वो नहीं माने। बाद में कोर्ट में मामला गया और कोर्ट ने टाटा के फेवर में फैसला सुनाया। अब उसी मामले के चलते टाटा ग्रुप ने अपनी जो पेरेंट कंपनी Tata Sons उसे प्राइवेट लिमिटेड में कॉनवर्ट कर लिया।
अब यही डिसीजन साइरस मिस्त्री के Shapoorji Pallonji Group के लिए एक नई मुसीबत बन गया है क्योंकि उनकी ग्रुप कंपनी Goswami Infratech Pvt Ltd. ने लगभग 14 हजार 300 करोड़ के बांड के जरिए उठाये थे।
अब वो जो पैसा उठाया था उस पर उन्हें 1400 करोड़ का इन्ट्रेस्ट भरना था और इसकी डेडलाइन थी 26 मई लेकिन तब तक कंपनी इन्ट्रेस्ट नहीं पे कर पाई। जिसके बाद Shapoorji Pallonji Group सोच रहा था।
कि उनकी जो 18% हिस्सेदारी Tata Sons में है। अगर Tata Sons के जो 18% शेयर्स है उसमें से कुछ शेयर्स वो गिरवी रखते है तो उन्हें पैसा मिल जाएगा। लेकिन अब टाटा संस ने बहुत ही शॉकिंग स्टेटमेंट दिया है कि अब हम एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है और हमारे जो शेयर्स है वो ओपेंली और फ्रीली ट्रांसफोरमेबले नहीं है।
इसके बावजूद मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट आई है जिसमें ये कहा गया है कि Power Finance Corporation अपने Tata Sons के शेयर्स के अगेंस्ट में 15 हजार करोड़ का कर्जा देने के लिए तैयार है। अब इसके आगे क्या होता है देखने वाली बात होगी|