शेयर मार्केट में मेन बोर्ड आईपीओ की हवा तेज चलने का मतलब है कि इन कंपनियों के लिए निवेशकों में काफी उत्साह और रुचि बढ़ रही है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब कंपनियों की वैल्यूएशन में तेजी आती है और उनके आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) में उच्च सब्सक्रिप्शन मिलता है। उदाहरण के लिए, ओला और मामा अर्थ जैसी कंपनियों के साथ-साथ बॉस पैकेजिंग ने भी अपने आईपीओ में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी है, जिससे यह संकेत मिलता है कि निवेशक इन कंपनियों के भविष्य को लेकर सकारात्मक हैं।
- उत्साह: निवेशकों का बढ़ता उत्साह।
- वैल्यूएशन: कंपनियों की वैल्यू में तेजी।
- उच्च सब्सक्रिप्शन: आईपीओ में अधिक संख्या में निवेशकों का भाग लेना।
इस प्रकार की स्थिति आमतौर पर शेयर मार्केट में सकारात्मक संकेत मानी जाती है।
मेन बोर्ड आईपीओ में निवेश करने से क्या जोखिम हो सकते-
मेन बोर्ड आईपीओ में निवेश करने से कुछ महत्वपूर्ण जोखिम हो सकते हैं:
- वैल्यूएशन का उतार-चढ़ाव: कंपनियों की वैल्यूएशन में तेजी से बदलाव हो सकता है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
- बाजार की अस्थिरता: शेयर मार्केट में अचानक गिरावट या अस्थिरता निवेशकों के लिए जोखिम पैदा कर सकती है।
- कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भरता: यदि कंपनी का प्रदर्शन अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरता है, तो शेयर की कीमत में गिरावट आ सकती है।
- निवेशकों की भावनाएँ: बाजार में निवेशकों की भावनाएँ भी शेयर की कीमतों को प्रभावित कर सकती हैं, जो अनिश्चितता का कारण बनती हैं।
इन जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सावधानीपूर्वक निर्णय लेना चाहिए और अपने निवेश की योजना को अच्छी तरह से समझना चाहिए।
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