I Phone बिक्री की दृष्टि से देखा जाए तो भारत एप्पल का पांचवा सबसे बड़ा मार्केट है। सबसे ज्यादा I Phone मिलते हैं सबसे पहले US और चीन फिर आता है जापान, फिर ब्रिटेन लेकिन अब 2027 तक हम जापान और ब्रिटेन को छोड़ के तीसरे सबसे बड़े I Phone के मार्केट बनने वाले हैं और जिसमें UK को तो अभी 2024 में पीछे छोड़ देंगे और साल 2026 तक जापान को पीछे छोड़ देंगे।
अब ये संभव कैसे हो पाया? I Phone ने अपनी स्ट्रेटेजी में बदलाव किया I Phone सबसे पहले क्या कहता था की नहीं? भाई साहब हर किसी को ऐफ़ोन नहीं देंगे, ऐफ़ोन की प्रीमियमनेस स्टेटस बनाके रखेंगे तो क्या करता था जो ऐफ़ोन के जो भारत के टियर वॅन ईयर टू अमीर शहर और जहाँ पे अमीर एरियाज हैं वहीं पे डिस्ट्रीब्यूशन था और वहीं के लोगों को सप्लाई होती थी।
लेकिन अब उन्होंने देखा की चीन में धीरे धीरे डाउनफॉल आने लग गया तो चीन के हिस्से की भरपाई किस्से करेंगे। तो I Phone ने फ्लिपकार्ट और अमेज़ॅन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के साथ टाई-अप किया है।
साथ ही उन्होंने अपने I Phone को क्रोमा और रिलायंस जैसे स्थानीय स्टोर्स में भी उपलब्ध कराया है। एप्पल ने अपने महंगे iphone के लिए सस्ते ईएमआई विकल्प प्रदान किए गए हैं, जिससे अधिक ग्राहक खरीदने के लिए प्रेरित हुए हैं।
अब इस स्ट्रेटेजी के बाद से चीन में जितना भी डाउनफॉल हुआ, इंडिया से काफी हद तक उसको कवर करने की कोशिश की गयी और इंडिया को उभरता हुआ मार्केट ऐफ़ोन के लिए बन रहा हैं|