एक कंपनी की IPO लॉन्च करने पर हम ये कैसे पता लगा सकते हैं कि उस IPO में इन्वेस्ट करना चाहिए या नहीं? देखो आई पी ओ में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के कुछ मेजर पॉइंट्स पर ध्यान देना चाहिए।
सबसे पहले कंपनी के फाइनैंशल स्टेटस को चेक करो। इन्वेस्टर्स का मेजर फोकस होना चाहिए कि कंपनी के पास कितना पैसा रिज़र्व है। उनका रेवइन्यू बढ़ रहा है कि नहीं और सबसे इम्पोर्टेन्ट कंपनी का P/E रेश्यो (Price-to-Earnings Ratio) कितना है।
दूसरा कंपनी के IPO लाने का कारण क्या है? अगर कंपनी आई पी ओ से इकड्डा किए हुए अधिकांश पैसे Debt Repayment के लिए यूज़ कर रही है तो ये इन्वेस्टर्स के लिए रेड फ्लैग हो सकता है।अगर कंपनी पैसों का इस्तेमाल फ्यूचर बिज़नेस ग्रोथ के लिए कर रही है तो ये कंपनी के अच्छे ग्रोथ पोटेंशिअल को दिखाता है।
आखरी और सबसे इम्पोर्टेन्ट पॉइंट IPO में टोटल फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल कितना है? अगर आई पी ओह में ऑफर फॉर सेल के नंबर ज्यादा होते है तो ये थोड़ा रिस्की हो सकता है। क्योंकि अगर एग्ज़िस्टिंग शेयर होल्डर्स अपने शेयर्स बेच रहे है तो मैक्सिमॅम चान्सेस है की उन्हें कंपनी की फ्यूचर ग्रोथ पर ज्यादा भरोसा नहीं है। इसीलिए कोई भी इन्वेस्टमेंट करने से पहले अपनी पूरी रिसर्च करो और ऐसी इन्फॉर्मेशन पाने के लिए हमें फॉलो करे|
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