Reebok ब्रांड आखिर कैसे इंडियन मार्केट से रातों रात गायब हो गया, जबकि Reebok की सेल NIKE और Adidas से कहीं ज्यादा हुआ करती थी। आइये समझते हैं Reebok अपने मार्केट को नहीं पहचान पाया। जिसकी वजह से Reebok अपने डिफरेंट-डिफरेंट केटगॉरीज़ में एंटर तो कर रहा था।
शूज के कैटेगरी में लेकिन उस कैटेगरी में सक्सेस नहीं हो पा रहा था क्योंकि काफी सारे ब्रांड मार्केट में एंटर कर दिया था जैसे स्पोर्ट्स ज़ेम इबोक अपने शूज को काफी ज्यादा प्रोड्यूस करने लगा था, जिसकी वजह से Reebok शूज की ब्रांड एक्स्क्लूसिविटी काफी ज्यादा कम हो गई थी।
इसी के वजह से अपने शूज को सेल्स में बेचना पड़ गया। जिस वजह से रिबोक ब्रांड की इमेज मार्केट में काफी ज्यादा खराब हो गई थी। Reebok ब्रांड ने अपना प्रोडक्शन तो काफी ज्यादा किया, लेकिन अपने डिजाइन और अपने क्वालिटी पर कंट्रोल नहीं किया
और Reebok ब्रांड के फैल होने का सबसे बड़ा कारण ये था की Reebok के एम डी ने ही कंपनी में स्कैम किया था, वो भी 870 करोड़ का। इसी की वजह से Reebok इंडियन मार्केट से 2011 में रातो रात गायब हो गई। ऐसे ही अमेजिंग बिज़नेस कॅन्टेंट को पड़ने लिए हमें फॉलो कर ले|