फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमन 23 जुलाई को देश के सामने बजट पेश करने जा रही हैं। इस अहम बजट से पहले शेयर मार्केट में भी हलचल देखने को मिली है और उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार भी बजट का पॉज़िटिव असर शेयर मार्केट में देखने को मिलेगा।
फरवरी में पेश हुए इंटरिम बजट से अभी तक देखें तो सेंसेक्स में 10,000 पॉइंट्स का लगभग उछाल देखने को मिला है, जो कि 15% की तेजी को दिखाता है। ऐसे ही कुछ परफॉरमेंस Nifty में भी देखने को मिला है। 50 शेयर्स वाले Nifty-Fifty इंडेक्स में इंटरिम बजट से अभी तक 15% की तेजी देखी गई है।
अगर देखा जाए तो बजट के आसपास मार्केट में काफी कम ही हलचल देखने को मिलती है। यानी की बाजार में इस दौरान मामूली गिरावट देखी गई है। पिछले 10 साल के दौरान बजट वाले दिन अगर मार्केट परफॉरमेंस को देखे तो 2017-2021 के बजट डे को छोड़कर मार्केट में अमूमन काफी गिरावट देखी गई है।
जबकि इसके अलावा 2020 में सबसे ज्यादा 2.5% का डाउनफॉल देखा गया था। इस बार उम्मीद जताई जा रही है की बजट में सरकार मिडिल क्लास को लेकर बड़े ऐलान कर सकती है।
इसके साथ ही को Fiscal Deficit को कम करना और GDP में मैन्युफैक्चरिंग के शेयर को बढ़ाना भी सरकार की प्रथम भूमिका में शामिल है। अगर शेयर मार्केट में long term लिहाज़ से देखें तो Fiscal Deficit और पोटेंशिअल टैक्स कट पर विदेशी इन्वेस्टर भी नजर बनाए बैठे हैं, जिसका असर रेटिंग एजेंसीज की रेटिंग पर देखने को मिल सकता है।
और जैसा कि हम जानते हैं कि रेटिंग एजेंसीज की रेटिंग फॉरिन इन्वेस्टर पोर्टफोलियों को काफी हद तक इन्फ्लुयेन्स करती है। अगर बजट के आसपास शेयर मार्केट के परफॉरमेंस को देखें तो एक दो महीने की बात करें तो अमूमन मार्केट में कंडीशन स्टेबल हो जाती है और शेयर मार्केट पहले की तरह ही बढ़ाता और घटता है|
बजट से पहले आप कौन सा सेक्टर में निवेश करने का सोच रहे हैं? मैं कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं |