विजय माल्या का एक और कांड, वो भी 15 साल पहले का? लेकिन अब SEBI क्या करे जब चिड़िया चुक गई खेत से? SEBI के मुताबिक एक FII( foreign institutional investor) Matterhorn Ventuer 2006 से 2008 के बीच कुछ शेल कंपनियों के माध्यम से फर्जी कंपनियों के जरिए स्विस बैंक खातों में पैसे पहुंचाए। इस मामले में, Matterhorn Venture ने यूनाइटेड स्पिरिट्स और हेबरसन लिमिटेड के शेयरों में ट्रेड करती थी।
यूनाइटेड स्पिरिट्स और हेबरसन लिमिटेड के शेयर्स में और इस मैटरन वेंचर्स को विजय माल्या अपनी फर्जी शेल कंपनी के जरिए और स्विस बैंक अकाउन्ट्स के जरिए पैसा पहुंचाते थे। इस प्रक्रिया में लगभग 6.15 मिलियन डॉलर का लाभ हुआ, जो फिर से स्विस बैंकों में वापस चला जाता था।
SEBI ने इस मामले में कार्रवाई में देरी का कारण कई विदेशी सरकारों और नियामकों के साथ समन्वय बताया है। हालांकि, अभी तक इस पर न ही कोई जेल की सजा हुई न ही कोई पैनल्टी लगी, लेकिन उन्हें तीन साल के लिए सिक्योरिटी मार्केट से दूर रहने की सजा दी गई है।