जय श्रीराम यह नारा अयोध्या से लेकर पूरे देश में गूंज रहा है। हर भारतवासी अपने अपने तरीके से रामलला का पूजन अर्चन कर रहा है। धार्मिक ऐक्टिविटी चरम पर है, लेकिन इन सबका आर्थिक इकोनॉमिक इम्पैक्ट क्या होने वाला है ये काफी लोग नहीं जानते।
रामलला के आने से धर्म का विस्तार तो होगा ही होगा, लेकिन अर्थव्यवस्था भी झूम उठेगी। अयोध्या में राम मंदिर के आने के बाद से कितना ज्यादा खर्च इनफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट होने वाला है, रियल एस्टेट सेक्टर और टूरिज़म में क्या होने वाला है, किस किस सेक्टर को कितना फायदा होने वाला है, कितने रोजगार पैदा होने वाले हैं? चलिए इस पर करते है और अर्थव्यवस्था में इसका क्या इम्पैक्ट पड़ेगा
1 : इम्पैक्ट (टूरिज़म )-
राम मंदिर के बनने का सबसे बड़ा इम्पैक्ट आएगा टूरिज्म सेक्टर पे अयोध्या की पॉप्युलेशन है 35,00,000 लेकिन यहाँ पे एक्सपेक्टेड हैं की पूरे साल भर में जो इनके रहवासी और टुरिस्ट का रेश्यो 1:10 रहेगा। मतलब 35,00,000 तो रहवासी है और 3,50,00,000 से ज्यादा लोग 1 साल में आएँगे
और अभी जब मंदिर खुला रहा है तो शुरुआती दो तीन महीनों में तो तीन से पांच लाख यात्री रोज़ आने का अनुमान है। यानी महीने के 1 से 1.5 करोड़ लोग तो जब इतने लोग अयोध्या को रोशन करने को आयेंगे तो राम मंदिर के एरिया में तो चहल पहल रहेंगी। उसके आसपास के कई टुरिस्ट पर्यटन स्थल चमक उठेंगे।
2: इम्पैक्ट (हॉस्पिटैलिटी)-
दूसरा जो सबसे बड़ा इम्पैक्ट सीधा सीधा हम को देखता है वो दिखता है हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में। यानी ये जो होटेल का और रेस्टोरेंट ये वाला कल्चर है ना। इस समय अयोध्या में 73 होटेल अप्रूव़ हो चूके हैं और 40 का तो कॉन्स्ट्रक्शन भी चालू हो चुका है।
सबसे पहले इंटरनेशनल ब्रैंड रेडिसन होटल का आ रहा है और ताज ग्रुप ने भी अपने दो होटेल अनाउंस कर दिया है। और ये 73 होटेल जो है। इनके अलावा 500 होम स्टे जिसमें 2500 कमरे वो भी अप्रूव़ हो चूके हैं।
होम स्टे वो होता है जहाँ पे आदमी अपने घर पे ही टुरिस्ट को रोकता है और वहाँ पे एक दम लोकल कल्चर उसको दिखाता है। घर का ही खाना खिलाता है तो वो 2500 रूम नए डेवलप होने वाले है तो जो वहा का लोकल आदमी है उसको कितना बेनिफिट होने वाला है? आप सोचिये,
अगले दो 3 साल तक तो एक्सपेक्टेड हैं की इतना क्राउड आने वाला है की 100% होटेल बुक रहेंगे क्योंकि डिमांड बहुत ज्यादा है। सप्लाई बहुत कम है। इसलिए होटेल ब्रैन्डस के शेयर में बढ़ोतरी देखी जा सकती है ( i am not SEBI registered advisor)
3: इम्पैक्ट ( ट्रैवलिंग )-
ट्रैवल सेक्टर के भैया इतने लोग आएँगे तो आयेंगे कहा से मुंबई से अयोध्या पहले हफ्ते में एक फ्लाइट चलती थी। अब दिन में चार फ्लाइटें चलती है और वो भी फुल चलेंगी
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एरपोर्ट काफी रेनोवेट हो रहा है और अब इंटरनेशनल फ्लाइट्स भी वहाँ पे चालू हो चुकी है। रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाई है अयोध्या के लिए इस पूरे ऑपरेशन के लिए और उसके अलावा रेग्युलर बेसिस पे बहुत सारी ट्रेनें और चलने वाली है। अयोध्या के आसपास जितने भी सटे हुए जिले हैं। सब तक के लिए बढ़िया फ़ोर लेन की बड़ी सारी रोड बना दी गई है।
4: इम्पैक्ट ( रियल एस्टेट)-
एक और सेक्टर है जिसमें बूम देखने को मिले गा ।वो है रियल एस्टेट एकदम विज़िबल बूम है यहाँ पे जो प्रॉपर्टी के रेट्स 10 गुना से 20 गुना हो गए जब से सुप्रीम कोर्ट का डिसीजन आया है जिस मकान के या जिस जगह के 10-20,लाख रुपये मुश्किल से कोई देता था।
आज ₹2 करोड़ रूपये कि भी वो जगह मिल नहीं रही है। इसके अलावा यूपी हाउसिंग बोर्ड सोसाइटी है। वो 1200 एकड़ का एक प्रोजेक्ट ले के आ रही है। वहाँ पे बहुत सारे रेज़िडेंशल कॉलेज में बनेगी, सरकारी गेस्ट हाउस बनेंगे और बहुत सारी चीजें भविष्य में बनने वाली हैं।
एक नई टाउनशिप बसाने का। 5 साल का टारगेट गवर्नमेंट ने लिया है और वहाँ पे जैसे अगर आप देखेंगे जीतने भी धार्मिक स्थल है। जैसे हरिद्वार है या फिर वृन्दावन है, यहाँ पे रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट आते है। काफी महंगे आते हैं क्योंकि कई जो बुजुर्ग लोग हो जाते हैं वो कहते है की यार मैं तो यहीं रहना चाहता हूँ तो उससे हिसाब से भी बहुत सारा बूम आपको देखने को मिलेगा।
इनफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट की बात करूँ तो यूपी गवर्नमेंट के37 अलग अलग डिपार्ट्मेन्ट के 200 से ज्यादा प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिसकी वैल्यू है 40,000 करोड़। लगभग हर डिपार्टमेंट ने किसी ना किसी प्रकार का कोई ना कोई प्रोजेक्ट छोड़ रखा है।
उस एरिया में अयोध्या रेलवे स्टेशन को रिन्यू किया जा रहा है। श्री मर्यादा पुरुषोत्तम इंटरनेशनल एरपोर्ट को रिन्यू किया जा रहा है। एक नया एअरपोर्ट लाया जा रहा है। गोरखपुर हाइवे को रिडेवलप किया जा रहा है तो इस तरह के प्रोजेक्ट में गवर्नमेंट खूब पैसा बहा रही है। इसी के साथ जो भी कम्पनीज़ है जो की बुकिंग करती है।
जहाँ ट्रैवलिंग बुकिंग करने वाली कंपनी जैसे एक कंपनी EaseMyTrip अभी लक्षद्वीप के बाद उन्होंने मालदीप का बायकॉट किया था। उसके बाद से उनके शेर ने एक तेजी दिखाई दी। अब अयोध्या के लिए बुकिंग उनकी भी चालू होगी और जितनी भी साइट तो उनके भी शेयर में खासा फर्क आपको दिख सकता है
और जितनी भी छोटी मोटी कंपनी है जो की स्पेशल तीर्थयात्रा के पैकेज चलाती है, बस चलाती है, स्पेशल ट्रेन चलाती है। उनका रेवेन्यू भी कई गुना होने वाला है
उसके आलावा जितनी भी मर्चेंडाइस की चीजे है वो सब बिकेंगी ही बिकेंगी | स्पेशली जो पूजा सामग्री से रिलेटेड है प्रसाद की दुकानें, मिठाई की दुकानें माला की दुकानें फल की दुकान है, खिलौने की दूकान है राम मंदिर से रिलेटेड गिफ्ट आइटम राम मंदिर के टी शर्ट झंडे पौधे सब कुछ बिकने वाला है। ये सारी चीजें हैं जो पैसा खर्च होने वाला है और पैसा खर्च होगा तो सर इम्प्लॉयमेंट भी जेनरेट होगा और जबरदस्त तरीके से जेनरेट होने वाला है।
आप नोटिस कीजिये कि सिर्फ जनवरी जनवरी में जो CAIT हैं कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने पहले अनाउंस किया था की 50 हजार करोड़ का धंधा सिर्फ जनवरी जनवरी में होगा। अब उन्होंने एस्टीमेट को रिवाइज़ किया है की नहीं 1लाख करोड़ से ज्यादा का भी धंधा हो सकता है।
उन्होंने अपने आसपास की 30 शहर के फ़ेडरेशन से चर्चा की और एक एस्टीमेट लगाकर कहा भैया 1,0राम मंदिरR0,000 करोड़ पार जाएगा
5: इम्पैक्ट ( रोजगार )-
इन सभी के साथ जो डायरेक्टली और इनडायरेक्टली पैदा होंगे। बहुत सारे रोजगार इतनी कंस्ट्रक्शन ऐक्टिविटी चल रही है, इतने होटेल बनने वाले हैं, इतने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट बन रहे हैं। सब बन रहा है तो इनमें भैया लेबर की जरूरत है। इलेक्ट्रिशन की भी जरूरत है। आपका जो फर्नीचरवाला उसकी भी जरूरत है।
आर्किटेक्ट भी काम में आएंगे ,टाइल वाला कॉन्स्ट्रक्शन मटेरियल जो टाइल बेच रहा है, जो पंखे बेच रहा है, कोई भी काम हो रहा है जो कि कंस्ट्रक्शन से रिलेटेड है। उससे रिलेटेड सभी इंडस्ट्री में जबरदस्त बूम देखने को मिलेगा
तो जब इतना कंस्ट्रक्शन होगा तो उसे कॉन्स्ट्रक्शन जितना भी मटिरीअल है, चाहे सीमेंट हो, स्टील हो, रोड हो, बजरी हो, चाहे होटेल्स बनेंगे, उनमें टीवी लगेगा, सोफा लगेगा, फर्निचर लगेगा, पंखे है, लाइट है, लाइट टेंशन है। इन सबकी जरूरत पड़ने वाली है और जबरदस्त एम्प्लॉयमेंट डायरेक्टली और इनडायरेक्टली जेनरेट होने वाला है। जब इतने होटेल बनेंगे भैया, इनमें स्टाफ लगेगा।
जब इतनी दुकानें खुलेंगी, इनमें स्टाफ लगेगा। जब इतने रेस्टोरेंट खोलेंगे तो उनमें स्टाफ मिलेगा तो आप सोचिये की कितना भयंकर रोजगार पैदा होने वाला है और धर्म की जीत के साथ साथ कितनी बड़ी आर्थिक जीत होने वाली है।
राम लला ये पूरे भारत के सबसे प्रमुख स्थल बन सकते हैं और इस तरह के इन्फ्रास्ट्रक्चर सरकार काम कर रही है। आने वाले टाइम पे सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल होने वाले हैं और सबसे बड़ी इकॉनमी होने वाली है और उत्तर प्रदेश का जो ड्रीम है 1 ट्रिलियन इकॉनमी टच करने का उसमें बहुत बड़ा योगदान है। इस मंदिर के द्वारा होने वाला है
जय हिंद, जय श्रीराम।