त्योहार शुरू होने के साथ ही प्याज की कीमते फिर बढ़ने लगी देश के कई बड़े शहरों में प्याज का भाव ₹50 प्रति किलो के ऊपर पहुँच गया है। बुधवार को दिल्ली में ₹55 प्रति किलो रहा। प्याज के महंगा होने की वजह से खाद्य महंगाई फिर से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
चलिए सबसे पहले जानते है कि आखिर वजह क्या है? जिसकी वजह से सरकार की पिछले साल की कोशिशों के बावजूद फ़ूड इन्फ्लेशन काबू में नहीं आ रही और क्या फिर से माने की खाने की चीजों की महंगाई जो है बढ़ने वाली है।
देखिए खाद्य महंगाई लगातार चिंता का विषय है और ऐसा हुआ ही नहीं कि कभी खाद्य महंगाई के मोर्चे पर ऐसा लगा हो कि हाँ अब खाद्य महंगाई में कोई कमी आयी हो पहले अनाज महंगा था, अनाज के बाद सब्जियां, कोई ना कोई एक हिस्सा लगातार महंगा बना हुआ है और अब प्याज की कीमतें अगर आप देखें तो कही कही पर प्याज की कीमते 50 रूपये के पार पहुंच चुकी है|
अब प्याज के रेट बढ़ने की एक वजह ये थी कि सावन खत्म होने के बाद एका एक डिमॅंड निकल के आई। बहुत सारे लोग सावन में प्याज नहीं खाते हैं तो जैसे ये सावन का महीना खत्म हुआ। तो धीरे धीरे मांग बढ़ने लगी। मांग बढ़ने के साथ साथ दूसरा बारिश की वजह से और तमाम कारणों से जो सप्लाई थी वो बाधित हुई। जीस वजह से डिमॅंड पर प्याज सप्लाई नहीं हुआ और कीमतें एकदम बढ़ गई।
कुछ लोग ये अनुमान लगाए बैठे हैं कि अक्टूबर और नवंबर में शायद बारिश और हो सकती है। और इसी वजह से बहुत सारे लोगों ने अपने पास स्टॉक होल्ड करके रखा है क्योंकि उन्हें पता है बारिश तेज हुई तो सप्लाई बाधित होगी और उसके बाद कीमतें हमें और बेहतर मिल सकती है। इस संभावना के मद्देनज़र लोगों ने स्टॉक कर रखा है, जिसकी वजह से प्याज की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है।
अगर स्टॉक लंबे समय तक रखा और प्याज की कीमतें और ज्यादा बढ़ सकती है। सरकार स्टॉक लिमिट या स्टॉक को कैसे रिलीज़ किया जाए, इस पर भी कोई ना कोई कदम उठाना पड़ेगा|