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PM मोदी इंडिया के सेमीकंडक्टर मार्केट को 500 बिलियन डॉलर्स का बनाना चाहते हैं।11 सितंबर 2024 को नरेंद्र मोदी ने सेमीकंडक्टर इंडिया 2024 के इनॉगरेशन के दौरान कुछ बड़ी अनाउंसमेंट्स करी थी लेकिन इसके लाभ और चुनौतियां क्या होंगी?

PM मोदी का सेमीकंडक्टर मार्केट को 500 बिलियन डॉलर्स का बनाने का विज़न भारत के इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को एक नई दिशा देने का प्रयास है।

PM मोदी का सेमीकंडक्टर मार्केट को 500 बिलियन डॉलर्स का बनाने का विज़न भारत के इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर को एक नई दिशा देने का प्रयास है। उन्होंने 11 सितंबर 2024 को सेमीकंडक्टर इंडिया 2024 के उद्घाटन के दौरान इस विज़न की घोषणा की। मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • विकास का लक्ष्य: वर्तमान में भारत का इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर लगभग 150 बिलियन डॉलर्स का है, जिसे अगले दशक के अंत तक 500 बिलियन डॉलर्स तक पहुँचाने का लक्ष्य है।
  • रोजगार सृजन: इस क्षेत्र में लगभग 60 लाख नई नौकरियों का सृजन होने की संभावना है।
  • स्वदेशी उत्पादन: भारत में 100% इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे भारत सेमीकंडक्टर चिप्स और फिनिश प्रोडक्ट्स का उत्पादन कर सकेगा।
  • अनुसंधान और नवाचार: एक ट्रिलियन रूपये का विशेष अनुसंधान फंड स्थापित किया जाएगा, जो अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देगा।
  • वैश्विक चुनौतियों का समाधान: मोदी का मानना है कि भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम न केवल देश के लिए, बल्कि वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भी सहायक होगा।

इन घोषणाओं के बाद सेमीकंडक्टर से संबंधित स्टॉक्स में 10% की वृद्धि देखी गई है, जो बाजार में विश्वास को दर्शाता है.

भारत की सेमीकंडक्टर योजना अन्य देशों के लिए चुनौती बन सकती है। पीएम मोदी का मानना है कि भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम न केवल देश के लिए, बल्कि वैश्विक चुनौतियों के समाधान में भी सहायक होगा। मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:

  • प्रतिस्पर्धा में वृद्धि: यदि भारत अपने सेमीकंडक्टर उत्पादन को बढ़ाने में सफल होता है, तो यह अन्य देशों, विशेष रूप से चीन और अमेरिका, के लिए एक प्रतिस्पर्धी चुनौती बन सकता है।
  • वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला: भारत का 100% इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का लक्ष्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की भूमिका को महत्वपूर्ण बना सकता है, जिससे अन्य देशों की निर्भरता कम हो सकती है।
  • नवाचार और अनुसंधान: एक ट्रिलियन रूपये का अनुसंधान फंड स्थापित करने से भारत में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, जो तकनीकी क्षेत्र में अन्य देशों के लिए चुनौती पेश कर सकता है।

इस प्रकार, भारत की सेमीकंडक्टर योजना न केवल घरेलू विकास को बढ़ावा देगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा को प्रभावित कर सकती है. PM मोदी का मानना है की भारत का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम सिर्फ देश के चैलेंजेस का सलूशन नहीं बल्कि ग्लोबल चैलेंजेस को भी एड्रेस करेगा। फिलहाल इन सभी अनाउंसमेंट्स के बाद समर कंडक्टर रिलेटेड स्टॉक्स में 10% ग्रोथ देखने को मिली है, जो मार्केट में कॉन्फिडेंस को दिखाता है।

यह भी पढ़े एक ऐसा स्टार्ट-अप जिसकी वैल्यूएशन एक समय पे 5,000 करोड़ थी। अभी कुछ समय पहले 25 लाख में बिक गया वो स्टार्ट-अप और कोई नहीं। आपका हमारा फेवरेट है

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Anoop Kumar
Anoop Kumarhttp://centric24.com
नमस्कार दोस्तो मेरा नाम अनूप कुमार है मैं Centric24.com का लेखक हूं|

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