ये आदिवासी हेयर आयल वाले जो जेन्यून्ली सही तेल बेच रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपना नाम खराब होने की वजह से काफी परेशान है, वो कहते हैं ना कि गेहूं के साथ घुन भी पीस जाता है। कुछ ऐसा ही हो रहा है उनके साथ अपनी आप भी बताते हुए हक़्क़ी पिक्की समुदाय के कुछ लोग काफी भावुक हो गए थे।
अब हुआ कुछ यूं की उनकी जो अड्वर्टाइज़्मन्ट है वह हर जगह पर चल रही है। मार्केट में जैसी डिमॅंड आती है, वैसे ही इंडिया में स्कैम शुरू हो जाते हैं। अब ऑनलाइन ऐसे कई सारे सेलर हैं जो कि नकली आदिवासी हेयर आयल बेच रहे हैं
और वो भी सस्ते में 10 में से 7 आदिवासी हेयर आयल फेक बेचे जा रहे हैं। अब ये बात मुझे तब पता चली जब कर्नाटक के हॉकी पिक्की के समुदाय के कुछ लोगों ने दिखाया और साथ ही साथ अपने आदिवासी नीलम भरी हेर्बल हेयर आयल की एक बोतल ओरिजिनल वाली बॉटल भी दिखाई लेकिन जो मार्किट में सस्ते दामों में बिक रही है वो फेक है वो कहते है ना की महंगा रोये एक बार और सस्ता रोए बार बार|