अनिल अंबानी जानते हैं कि इंडिया में EV सेक्टर काफी तेजी से बढ़ रहा है और अब ये मौका छोड़ना नहीं चाहते हैं। 2029 तक EV मार्केट 114 बिलियन डॉलर का होने वाला है और इसीलिए रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिक कार् और EV बैटरीज की मार्केट में एंटर करने का प्लान कर रही है। इस के लिए अनिल अंबानी ने एक इंडियन एग्ज़िक्यटिव को बुलाया है जो चाइनीज़ कार मैन्युफैक्चर BYD के साथ काम कर चुका है। ये दिखाता है कि अनिल अंबानी फुल प्रिपरेशन के साथ EV मार्केट में एंटर करने आ रहे हैं।
रिपोर्ट्स के अकॉर्डिंग शुरुआत में उनका प्लान 2.5 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर ईयर बनाने का है, लेकिन उनका टारगेट है कि भविष्य में 7.5 लाख तक बढ़ाई जा सके। साथ ही एक बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी सेट अप करने का प्लान है, जिसमे 10 GWH की कैपेसिटी होगी जिससे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए अच्छी बैटरीज बनाई जा सकेंगी।
लेकिन ये सब इतना आसान नहीं होगा क्योंकि इ वि मार्केट में ऑलरेडी, टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी बड़े प्लेयर्स मार्केट में कब्ज़ा करके बैठे है महिंद्रा और टाटा मोटर्स बैटरी निर्माण में भी निवेश कर रहे हैं, जिससे वे उच्च गुणवत्ता वाली बैटरी का उत्पादन कर सकें।
इन कंपनियों की उपस्थिति और विकास योजनाएँ इवी मार्केट को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बना रही हैं, जिससे नए खिलाड़ियों के लिए चुनौती बढ़ रही है।